The 5-Second Trick For Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana



अपने डर पर एक अच्छी किताब पढ़ने से आपको इससे छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। जिंदगी में जिस विषय को लेकर आप परेशान है या जो चीज आपको सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है,उसके बारे में मोटिवेशनल किताबें पढ़ना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसलिए पहले डर को जानें और इसे पहचान कर इसके बारे में अच्छी किताबें तलाशें और उन्हें पढ़ें।

डर मानसिक कमजोरी का संकेत नहीं है, बल्कि आत्म-जागरूकता की आवश्यकता है। अपनी मानसिक शक्ति को बढ़ाने के लिए:

अपने डर को एक अवसर की तरह देखे ना की किसी खतरे के समान, जब आप अपने डर (एंजायटी) को अपने फायदे के लिए उपयोग करने लगते हैं तो यह कभी भी आपको हानि नहीं पहुंचा पाता है।

अगर उसी वक़्त उस मुसीबत का सामना कर लिया जाए तो जीवन भर आप उसके डर से मुक्त रहंगे और आपमें एक अलग ही आत्मविश्वास आ जाएगा.

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ज्यादा डर लगने से होता यह हैं मन में ऐसे विचार और घटनाएं आने लगती हैं, मन ऐसी घटनाओं की कलपना करने लगता हैं जो वास्तव में घटित ही नहीं हुईं होती हैं। यहीं डर लगने का मूल और असली कारण होता हैं अर्थात् डर लगने से आप और डरते हैं।

अपने डर को जीतने से पहले उसे जाने, इससे आप डर को अपने फायदे के लिए उपयोग करना सिखने लगते हैं। डर को जीतने के लिए उसकी बारीकियों को समझना होगा

डर को कैसे दूर करें उपाय, मन से डर कैसे निकाले

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, read more हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें। और पढ़ें

देखना कुछ ही दिन में आपका मन मष्तिष्क प्रफुल्लित रहना शुरू हो जाएगा और किसी प्रकार की डर की भावना आपके अन्दर से पूरी तरह ख़त्म हो जायेगी.

क्योंकि डर सिर्फ एक दिन में दूर नहीं होता, कुछ वक़्त तो आपको देना ही होगा. तो चलिए जानते हैं डर को कैसे ख़त्म करें? इसके लिए आपको क्या क्या करना होगा?

विदाई के समय एक लोटे में पानी, हल्दी व सिक्का डालकर लड़की के ऊपर से उतारकर आगे फेंक दें। वैवाहिक जीवन सफल होगा।

अक्सर जब कोई डर के विषय में सोच – विचार करता है, अधिकांशत वे शारीरिक खतरे के विषय में सबसे ज्यादा सोचते हैं जैसे – झगड़े के बीच में चोट लगने का डर, गहरी खाई से नीचे गिर जाने का डर, कभी-कभी डर फोबिया में भी बदल जाता है। फोबिया एक खास तरह का डर है जो हमें किसी निश्चित परिस्थिति, वस्तु या जानवर जैसे – मकड़ी, कॉकरोच, स्टेज पर आकर बोलने से लगता है

डर के स्रोत को समझें: क्या यह कुछ स्पष्ट है, जैसे किसी पगडंडी पर सांप का दिखाई देना? हो सकता है कि करियर काउंसलर के ऑफिस के दरवाजे के सामने से गुजरना आपके मन को वापिस उसी तरह की स्थिति में ले जाता है, जैसा आप अपने हाई स्कूल के कॉरीडोर से गुजरते समय महसूस करते थे। अपने डर के हर संभावित कारण का पता लगाएं। आप अपने डर को जितना अधिक समझेंगे, आपके लिए उतना ही बेहतर होगा।

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